Part 15 – Summer of love : I love you shreya 💕 💕 💕 💕 💕 💕

श्रेया और वंश इस समय अकेले रूम में थे श्रेया की धड़कनें बड़ी हुई थी । । । । । । । ।वहीं वंश धीरे-धीरे उसके करीब आता जा रहा था ,,, वंश से बचने के लिए श्रेया ने एक नजर दरवाजे की ओर देखा और उस और बढ़ गई । । । । । । । । ।
श्रेया के ऐसा करते ही वंश के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कान आ गई उसने तुरंत श्रेया का हाथ पकड़ा और उसे खुद से सटा लिया,,, वंश के ऐसा करते ही श्रेया स्प्रिंग रोल के जैसे जाकर सीधे उससे चिपक गई । । । । । । । । ।
वंश के ऐसा करते ही श्रेया के चेहरे पर चिढ़ भरे भाव आ गए और उसने वैसे ही चिढ़ते हुए वंश की ओर देखा और अपने हाथों की मदद से उसे खुद से दूर करने लगी ,,, पर वंश था कि वह श्रेया को छोड़ने के बिल्कुल भी मूड में नहीं था । । । । । । ।
उसने अपने दोनों हाथ श्रेया की कमर में रखें और अपने दोनों हाथों को श्रेया की पीठ से ले जाते हुए आपस में जोड़ दिया और श्रेया को और भी अपने करीब कर लिया । । । ।
जहां श्रेया वंश से दूर होना चाहती थी वही ,वोह उसके और भी करीब आ गई । । । ।
उसने आश्चर्य से वंश की ओर देखा और मन में सोचा क्या इस इंसान के अंदर भूत आ जाते हैं क्या एक टाइम में यह उससे झगड़ता है और एक टाइम में उसे अपने आप से दूर जाने नहीं देता । । । । । । ।
उसने वैसे ही गुस्से में वंश से कहा तुम कर क्या रहे हो । । । । वही जो मेरा मन कह रहा है ,, वंश ने बड़े ही स्टाइल से श्रेया की बात काटते हुए कहा । । । । । ।
तुम पागल हो गए हो क्या मैं यहां तुमसे कुछ पूछने आई हूं और तुम मेरे साथ ऐसी बदतमीजी कर रहे हो । । । । ।
ओ हेलो मैडम क्या बदतमीजी बदतमीजी लगा रखा है । । । । बदतमीजी तो तुमने की है कल मेरे साथ वंश की बात सुन श्रेया ने कंफ्यूज होकर उसकी तरफ देखा । । । । ।
क्या मतलब है तुम्हारा मैंने तुमसे कौन सी बदतमीजी की है,,, लो जी अब तो तुम्हें वह भी याद नहीं कि कल तुमने क्या-क्या किया । । । । । । मैं बताऊंगा तो तुम्हारे पैरों के नीचे से जमीन खिसक जाएगी वंश ने बड़े ही बनावटी ढंग से कहा । । । । । ।
वंश की बातें श्रेया के ऊपर से जा रही थी और उसने वंश को गुस्से में घूरते हुए कहा साफ-साफ कहो तुम कहना क्या चाहते हो और यह बताओ मेरी मासी को तुम्हारे बारे में कैसे पता चला और तुम कल मेरे घर पर कर क्या रहे थे । । । । । । ।
श्रेया की बात पर वंश ने मुस्कुराते हुए कहा क्या मतलब है,, मैं तुम्हारे घर पर क्या कर रहा था तुम्हें घर छोड़ने आया था और सबसे पहले तुम यह बताओ कि तुम वह बेहूदा सी ड्रेस पहन कर उस क्लब में रात को कर क्या रही थी । । । । । । । ।
श्रेया जो की ध्यान से वंश की बात सुन रही थी अचानक से अपनी ड्रेस को बेहूदा सुन वोह भड़क गई और उसने गुस्से में वंश को देखा और कहा क्या मतलब है तुम्हारा यह बेहूदा ड्रेस ये मेरी लाइफ है मैं कहीं भी कभी भी और कैसे भी कपड़ों में जा सकती हूं । । । । । ।
तुम होते कौन हो ,, तुम मेरी मासी नहीं हो जो तुम मेरी लाइफ पर रोक-टोक लगाओगे इसके साथ ही श्रेया वंश की पकड़ से छूटने के लिए कसमसाने लगी । । । । । । । ।
वापस से श्रेया को दूर जाता देख वंश ने अपनी पकड़ और भी कस दी और उसे खुद से चिपकाते हुए कहा मुझे अच्छे से पता है कि मैं तुम्हारी मासी नहीं हूं पर बहुत जल्द मैं तुम्हारी लाइफ का वह जरूरी शख्स रहूंगा जो दूसरे नंबर पर तुम्हारी मासी के बाद आएगा । । । । । । । । । ।
वंश की बात पर श्रेया ने कंफ्यूज होकर उसे देखा आखिर क्या मतलब है वंश का कि वह उसकी मासी के बाद दूसरा इंसान होगा जो कि इसकी लाइफ में इंपॉर्टेंट होगा । । । । । । ।
क्या मतलब है तुम्हारा श्रेया ने वैसे ही आश्चर्य से वंश से पूछा
वंश ने अपना माथा श्रेया के माथे से टिकाते हुए कहा इसका मतलब तुम्हें बहुत जल्द ही समझ आ जाएगा ,,, अभी श्रेया वंश से कुछ कहती कि ईतने में ही उसका फोन बजने लगा । ।
उसने वंश की पकड़ से खुद को छुड़ाने की कोशिश की वंश जो कि श्रेया के स्ट्रगल को देख रहा था उसने अपनी पकड़ श्रेया से ढीली कर दी श्रेया ने जल्दी से अपने बैग से मोबाइल को निकाला तो यह कॉल राखी का था । । । । ।
उसने राखी का कॉल उठाया और उसे कहा कि वह कुछ देर में उससे मिलेगी श्रेया ने जैसे ही मोबाइल रखा वंश वापस से श्रेया को अपने आगोश में लेना चाहता था कि श्रेया ने इस मौके का फायदा उठाया और उसे अपने दोनों हाथों से धक्का दिया । । । ।
श्रेया के दोनों हाथ वंश के सीने पर थे वंश जो इसके लिए तैयार नहीं था वह हल्का पीछे हट गया श्रेया ने मौके का फायदा उठाया और वह दरवाजे की ओर दौड़ पड़ी । । । । ।
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श्रेया जैसे ही दरवाजे के पास पहुंची तो उसने देखा वंश ने पहले ही दरवाजा अंदर से लॉक किया हुआ था उसने दरवाजा खोलने की कोशिश की कुछ देर की मशक्कत के बाद उसके हाथ दरवाजे की चिटकनी पर पहुंचे ही थे कि उसे अपने गर्दन पर किसी के गर्म सांसों का एहसास हुआ । । । । । । । । ।
श्रेया जो की चिटकनी नीचे कर दरवाजा खोलने में व्यस्त थी ऐसा होते ही उसकी सांसे तेज हो गई वंश ठीक उसके पीछे खड़ा था और यह एहसास श्रेया को हो चुका था । । । । । ।
उसने अपने हाथ नीचे किए और धीरे से मुड़ते हुए पीछे देखा तो वंश बिल्कुल उसके करीब खड़ा था वंश कि ईतनी करीबी देख श्रेया हड़बड़ा कर दरवाजे से टिक गई श्रेया की पीठ दरवाजे पर थी और वंश ठीक उसके सामने खड़ा था । । । । । । ।
वंश ने अपने दोनों हाथ दरवाजे पर रखें जिससे श्रेया वंश की कैद में आ गई श्रेया ने वंश को अपनी वैसे ही घबराती हुई नजरों से देखा जो कि उसे ही इंटेंस नजरों से देख रहा था । । । । । । ।
वंश ने झुककर श्रेया के माथे को किस किया जिससे श्रेया की आंखें बंद हो गई श्रेया का ऐसा रिएक्शन देख वंश ने श्रेया की बंद आंखों पर भी किस किया । । । । । । ।
श्रेया की पूरी बॉडी वंश के हर एक टच से कांप रही थी और अपनी छुअन का श्रेया पर ऐसा रिएक्शन देख वंश को बहुत ही अच्छा लग रहा था । । । । । ।
उसने धीरे से श्रेया की नाक पर किस किया और जैसे ही वह श्रेया के लबों पर पहुंचा तो उसके पंखुड़ी जैसे मुलायम होंठ थर-थर कांप रहे थे । । । । । । । जिससे वंश को अपना गला सूखता हुआ महसूस हुआ , उसने अपने चेहरे को श्रेया के कान के नजदीक ले जाकर अपनी सांसों को उसके कान पर छोड़ा । ।
जिसे श्रेया हल्का सा सिहर गई वंश ने वैसे ही अपनी गहरी आवाज में आखिरकार वह तीन मैजिकल शब्द बोल ही दिए जो कि वह श्रेया से कहना चाहता था । । । । । । ।
आई लव यू श्रेया मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और मैं उम्मीद करुंगा कि वही प्यार तुम भी मुझे करो पर मैं जानता हूं तुम अभी इसके लिए तैयार नहीं हो पर जल्द ही तुम्हें मेरे प्यार का एहसास होगा । । । । । । इसके साथ ही वंश ने अपने होठों को श्रेया के होठों से सटा दिया और उसे किस करने लगा श्रेया वंश के किस का जवाब नहीं दे रही थी पर वह उसे खुद से दूर भी नहीं कर रही थी वंश ने काफी देर तक श्रेया के लबों का रसपान किया और जब दोनों की ही सांसे तेज हो गई तब वह श्रेया से दूर हुआ । । । । । ।
दोनों की ही सांसों की आवाज पूरे कमरे में आ रही थी। । वंश श्रेया के साथ और भी आगे बढ़ना चाहता था पर वह अपनी जल्दबाजी से श्रेया को डराना नहीं चाहता था ,, अभी तो यह उनके प्यार की शुरुआत थी जिसमें केवल वंश की रजामंदी थी श्रेया की नहीं और वह अभी श्रेया को सब कुछ समझने का टाइम देना चाहता था । । । । । । । । ।
वंश के दूर होते ही श्रेया ने उसे धक्का दिया और तुरंत वह गेट से बाहर चली गई वह दौड़ते हुए उस रूम से दूर चली जा रही थी वहीं वंश दरवाजे पर खड़ा श्रेया को जाते हुए देख रहा था उसके होठों पर मुस्कान थी उसने अपने हाथों से अपने होठों को छुआ जिस पर अभी भी श्रेया के पंखुड़ी जैसे मुलायम होठों का एहसास था । । । । । । । ।
TO BE CONTINUE : SUMMER OF LOVE
क्या बात कर रही हो तुम वंश आहूजा ने तुम्हें आई लव यू कहा क्या तुम सच में पागल हो गई हो श्रेया मुझे तो लगा था की थोड़ी सी ड्रिंक करने के बाद तुम वहक गई थी पर मुझे लग रहा है कि उस ड्रिंक का असर अभी भी हो रहा है जो तुम ऐसी बहकी बहकी बातें कर रही हो । । । । । । श्रेया जो कि अपने ही ख्यालों में गुम थी राखी की बात सुनकर उसने गुस्से से उसे घूर कर देखा और कहा क्या मुझे पागल कुत्ते ने काटा है जो मैं तुमसे झूठ बोलूंगी सच में उसने मुझसे आई लव यू कहा और तुम्हें पता है उसने आगे क्या किया अभी श्रेया बोल ही रही थी कि अचानक ही वह चुप हो गई आखिर वह राखी को कैसे बता सकती थी कि वंश ने उसे किस किया वह भी बहुत ही डेस्परेट होकर । जिसमें उसे मजा भी आया था 🤣🤣🤣🤣🤣🤣
आगे क्या वंश की जुनिनियत और श्रेया की मासूमियत दोनों के बीच करेगी बया एक नई कहानी को जानने के लिए बनी रही है मेरी स्टोरी Summer of love सिर्फ निको वर्ल्डस के साथ ……। । । । । । । । । । ।
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Part 15 – SUMMER OF LOVE