Part 3 – Summer of love : वंश को पड़ा थप्पड़
LOCATION – तरंग म्यूजिक अकेडमी { Summer of love }
वंश के श्रेया को क्लास से भगाए जाने पर श्रेया गुस्से में दनदनाते हुए बाहर की ओर चली गई । । । । ।
श्रेया को वंश के ऊपर बहुत ही गुस्सा आ रहा था वह वंश को लगातार अलग अलग नामो से कोसे जा रही थी । । । । । ।
बड़ा ही बदतमीज लड़का था । । । । । ढंग से भी तो बोल सकता था ना वह और ऊपर से पता नहीं इस अकादमी का क्या रूल है क्या वह कहीं का मिनिस्टर है या ये जगह उसकी जागीर है । । । । । । जो उसने उस क्लास पर कब्जा किया हुआ है। । ।
सबसे पहले तो मैं उस रिसेप्शनिस्ट की क्लास लेती हूं कैसे उसने मुझे गलत रूम में भेज दिया । । । । । मूड अलग स्पोइल हो गया मेरा कितना अच्छा मूड था उस लड़के ने पूरा सत्यानाश कर दिया । । । । । । । । । ।
ऐसे ही वंश को लगातार कोसते हुए श्रेया रिसेप्शनिस्ट के पास आ गई । । । । । रिसेप्शनिस्ट किसी से फोन पर हंस-हंसकर बातें कर रही थी श्रेया को आता देख उसने कॉल होल्ड पर किया और अपनी वही प्यारी सी मुस्कान अपने चेहरे पर चिपका ली । ।
श्रेया को उस पर बहुत गुस्सा आ रहा था पर वह रूड नहीं होना चाहती थी इसलिए उसने आराम से उससे पूछा । । । ।
मैंम अपने जो मुझे क्लास नंबर बताया था वह पूरी खाली है और वहां एक सनकी सा लड़का मुझे बैठने नहीं दे रहा है ऐसा लग रहा है जैसे उस क्लास को उसने खरीद लिया है । । । । ।
श्रेया की बातें सुनकर वह रिसेप्शनिस्ट हैरानी से उसे देखने लगी उसने तुरंत शेड्यूल की तरफ देखा और श्रेया से पूछने लगी । । मैंम क्या आप मुझे बताएंगे आप कौन सी क्लास में गई थी ।
श्रेया को रह रह कर गुस्सा आ रहा था उसने एक दो बार गहरी सांस ली और रिसेप्शनिस्ट से कहा रूम नंबर 22 जो कि आपने मुझे कहा था । । । । । । । ।
आई एम सॉरी मैंम मुझे लगता है शायद सुनने में कुछ मिसअंडरस्टैंडिंग हो गई है मैंने आपको रूम नंबर 122 कहा था जो की सेकंड फ्लोर पर है । । । । । । । । । ।
उस रिसेप्शनिस्ट ने वापस से अपने चेहरे पर मुस्कान चिपका ली । । । । । ।
जिसे देखकर श्रेया को और गुस्सा आने लगा । । । उसे अच्छे से याद था कि इस रिसेप्शनिस्ट ने उसे रूम नंबर 22 ही दिया था । । । । । । । । । । । ।
श्रेया ने उसे घूर कर देखा और कहां ऐसे कैसे हो सकता है आप ही ने मुझे कहा था कि मुझे रूम नंबर 22 में जाना है पर वह रिसेप्शनिस्ट भी कहां कम थी उसने श्रेया की तरफ देखते हुए कहा जी नहीं मैंम। । । । । । । । । । मैं यहां पर सालों से काम कर रही हूं मुझे अच्छे से पता है कि नए आए स्टूडेंट्स को कहां भेजना है आपके सुनने में प्रॉब्लम हुई है मैंने रूम नंबर 122 कहा था और मुझे लगता है आपको मुझसे बहस करने मैं अपना टाइम वेस्ट नहीं करना चाहिए ऑलरेडी आप अपनी क्लास में 15 मिनट लेट है इसलिए आपको अपनी क्लास पहुंच जाना चाहिए । । । । । । । । जो फर्स्ट टीचर है उन्हें लेट आना पसंद नहीं है । । । । । । । । । ।
उस रिसेप्शनिस्ट की बात सुन श्रेया मन मसोस कर रह गई उसका मन तो उस रिसेप्शनिस्ट को सुनाने का कर रहा था पर उसने उसे कुछ नहीं कहा शायद उसने ही सुनने में गलती कर दी होगी इसलिए वह चुपचाप वहां से चलती बनी । । । । । ।
वही रिसेप्शनिस्ट श्रेया को जाते हुए देख रही थी उसने ना में सिर हीलाया और वापस से फोन में बातें करने लगी । । । । । ।
श्रेया जल्दी-जल्दी सेकंड फ्लोर पर जा रही थी उसे डर भी लग रहा था आज उसका पहला दिन था और आज वह लेट हो गई वह जल्दी-जल्दी जा ही रही थी कि सामने से आ रहे एक लड़के से टकरा गई जिससे उसके हाथ में पकड़े हुए सामान नीचे गिर गए । । । । । । । । ।
गिटार को उसने अपने पीठ के पीछे टंगा हुआ था जिससे गिटार तो नहीं गिरा पर हाथों में पड़े हुए डॉक्यूमेंट गिर गए श्रेया को अब उसे लड़के पर और भी गुस्सा आ रहा था एक तो वह ऑलरेडी लेट थी। । । । । । । ऊपर से यह कांड उसने जल्दी-जल्दी अपने डॉक्यूमेंट उठाने शुरू किए । । । । । । ।
जिससे श्रेया टकराई थी वह लड़का भी श्रेया की मदद करने लगा श्रेया ने जैसे ही उस लड़के की तरफ देखा तो वह उसे ही देख रहा था श्रेया ने उसके हाथों से अपने डॉक्यूमेंट लिए और उसे गुस्से में घूरते हुए वहां से उठकर चली गई। । । । । । । । ।
वह लड़का चेहरे पर मुस्कान लिए श्रेया को जाते हुए देख रहा था उसने अपने बालों में हाथ फेरा और एक प्यारी सी मुस्कान देकर आगे की ओर निकल गया । । । । । । । । ।
श्रेया जैसे ही क्लास में पहुंची क्लास ऑलरेडी टीचर आ चुके थे और वह लेसन दे रही थी । । । । । । । । ।
श्रेया ने रूम का गेट नॉक किया नए स्टूडेंट को देख टीचर ने समय देखा । । । । । । हालांकि टीचर ने श्रेया को कुछ नहीं कहा था पर उसे वार्निंग दी थी कि आगे से वह टाइम पर क्लास पर आए श्रेया ने हां में सिर हिला दिया । । । । । । । करीब 2 घंटे की क्लास के बाद ब्रेक में श्रेया कैंटीन की ओर गई आज पता नहीं उसके साथ क्या हो रहा था इस समय उसे एक स्ट्रांग कॉफ़ी की जरूरत थी जो कि उसका मन हल्का कर सके । । । ।
श्रेया अभी कैंटीन की ओर जा ही रही थी कि पीछे से उसे एक लड़की की आवाज आती है जो कि उसे ही बुला रही थी श्रेया ने पीछे पलट कर उस लड़की की तरफ देखा तो वह आंखों पर चश्मा लगाए उसी की तरफ दौड़ कर आ रही थी उसे आता देख श्रेया अपनी जगह पर रुक गई । । । । । । । । ।
वह लड़की दोड़ते हुए उसके पास आई और हाफ्ते हुए कहा कितना फास्ट चलती हो यार तुम मैं कब से तुम्हें आवाज लगा रही थी । । । । । । । । । ।
श्रेया ने अपनी तरफ उंगली करते हुए कहा क्या तुम मेरी बात कर रही हो पर सॉरी मैं तुम्हें नहीं जानती । । । । । । । । ।
उस लड़की ने लंबी-लंबी सांस लेते हुए कहा आई नो तुम मुझे नहीं जानती हो पर यह तुम अपना मोबाइल वहीं टेबल पर ही छोड़ गई थी । । । । । । । । । ।
श्रेया ने तुरंत अपनी बैग की ओर देखा तो उसमें उसका मोबाइल नहीं था उसने मुस्कुराते हुए उस लड़की को थैंक यू कहा वह लड़की भी मुस्कुराते हुए श्रेया से बोली कोई बात नहीं तुम यहां नई हो न । । । । । ।
श्रेया ने हां में सिर हिला दिया उस लड़की ने बात आगे बढाते हुए आगे कहा हाय मैं राखी हूं और तुम श्रेया हो न । । । । । । ।
तो श्रेया कहां जा रही हो तुम राखी ने फ्रेंडली बिहेवियर के साथ कहा ,
कहीं नहीं बस कैंटीन की ओर जा रही थी मेरा सर दर्द कर रहा है सोचा थोड़ा कॉफी पीकर मन हल्का कर लूं । । । । श्रेया की बात सुनकर राखी ने हा में सिर हिला दिया । । । । । यदि तुम माइंड नहीं करोगी तो क्या मैं तुम्हें ज्वाइन कर सकती हूं । । ।
राखी की बात सुनकर श्रेया ने हा में सिर हिलाया शायद यह पहली चीज थी जो कि उसके साथ आज अच्छी हुई थी । । ।
ऐसे ही दोनों बातें करते हुए कैंटीन की ओर चले गए कैंटीन में कॉफी पीकर श्रेया वापस अपने शेड्यूल के अकॉर्डिंग क्लास रूम में चली गई पर इस बार उसके साथ राखी थी कुछ ही देर में राखी श्रेया की अच्छी फ्रेंड बन गई थी । । । । । । । । । ऐसे ही दोनों ने अपनी सारी क्लासेस अटेंड की और राखी ने श्रेया से उसका नंबर भी ले लिया दोनों ने एक दूसरे से अपने नंबर एक्सचेंज किया और अगले दिन मिलने का बोलकर अपने-अपने घर की ओर निकल गई । । । । । । । । । । । ।
घर जाकर श्रेया ने अपना बैग और गिटार दोनों ही सोफे पर रखा वह आज सच में काफी थक गई थी ऐसा नहीं था की म्यूजिक उसके लिए टॉप था पर इतने टाइम बाद वह म्यूजिक सीख रही थी । । । । । । जो की काफी थका देने वाला था रीना जी जो कि पहले ही घर में आ चुकी थी श्रेया को आया देख उन्होंने जल्दी से श्रेया के लिए ऑरेंज जूस बनाया और उसे दे दिया । । । । । । । । ।
ठंडा ठंडा ऑरेंज जूस पीकर श्रेया में फ्रेशनेस सी आ गई और वह फ्रेश होने चाहिए रात के डिनर के समय श्रेया ने रीना जी को म्यूजिक क्लास के बारे में काफी कुछ बताया हालांकि उसने वंश से रिलेटेड कोई भी बात नहीं बताई थी । । । । । । । । । ।
अगले दिन श्रेया रेडी हो रही थी उसने नीचे एक लॉन्ग स्कर्ट और स्लीवलेस टॉप पहना हुआ था जिसमें वह और भी क्लासी ही लग रही थी । । । । । । । । ।
इन कपड़ो में उसके काफी बॉडी पार्ट्स विजुअल थे पर ऐसा नहीं था कि उसके कपड़े वल्गर थे । । । । । । डीसेंट थे उसने अपने बालों को खुला छोड़ा हुआ था और क्लेचर से बंधा हुआ था । । । । । । ।
इस लोक में वह काफी फ्रेश लग रही थी होठों पर मैरून कलर की नई लिपस्टिक लगाने पर उसका फ्लोलेश चेहरा और भी निखर रहा था नाश्ता करने के बाद उसने रीना जी के गालों पर किस किया और अपनी कार लेकर तरंग म्यूजिक अकादमी की ओर निकल गई । । । । । । । । । ।
उसने पार्किंग में अपनी कार पार्क की और राखी को कॉल किया राखी जो की कैंटीन में श्रेया का वेट कर रही थी श्रेया को कैंटीन में आने के लिए कहा । । । । । । । ।
आज किसी कारण से उनकी फर्स्ट क्लास कैंसिल हो गई थी इसलिए रखी कैंटीन मैं आकर श्रेया का इंतजार कर रही थी श्रेया अपनी कार की चाबी को उंगलियों में घूमाती हुई कैंटीन की ओर आ रही थी । । । । । । । । ।
ऐसे ही घूमाते हुए चाबी श्रेया की उंगली से निकलकर दूर जाकर गिरी ,, श्रेया ने चाबी को झाटक कर डर जाते हुए देखकर अपने सर पर हाथ मारा सच में श्रेया बहुत ही क्लम्सी है उसने चाबी की दिशा में देखा तो वह एक टेबल की ओर गिरी हुई थी । । । । । । । । । । । ।
उसने आसपास ध्यान नहीं दिया और उस और चली गई श्रेया जैसे ही नीचे झुकी उसके हाथों में चाबी नहीं आ रही थी इसलिए थोड़ा और नीचे झुकने पर बड़ी मुश्किल से चाबी उसके हाथों में महसूस हुई । । । । । । । । । ।
इतनी मशक्कत के बाद चाबी हाथ आने पर श्रेया के चेहरे पर मुस्कान आ गई पर अचानक ही उसकी मुस्कान गायब हुए उसे अपने ऊपर किसी की गहरी नजरे महसूस हो उसने उन नजरों का पीछा करते हुए ऊपर की ओर देखा तो सामने बैठा वंश उसे ही देख रहा था । । । । । । । । । । ।
श्रेया लगातार उसके चेहरे की ओर देख रही थी पर यह क्या वंश की नजरे तो कहीं ओर ही थी । । । । । ।
श्रेया ने वंश की नजरों का पीछा किया तो उसकी वोह गहरी नज़रें श्रेया के ओपन बॉडी पार्ट्स पर थी । । । । । । ।
श्रेया के झुकने के कारण उसके क्लीवेज दिख रहे थे और उन क्लीवेज पर वह एक रेड कलर का तिल बहुत ही गजब ढ़ा रहा था । । । । । । । । ।
उसे देखकर वंश की सांस ऊपर नीचे हो रही थी उसके दिल की धड़कन बढ़ गई थी ऐसा नहीं था कि वह श्रेया को जानबूझकर देख रहा था । । । । । श्रेया के झुकने पर उसकी नजर अचानक उसके क्लीवेज के ऊपर रुक गई । । । । । । । ।
वही वंश के ऐसे घूरने पर श्रेया का चेहरा गुस्से से लाल हो गया और उसने आव देखा ना ताव । । । । । । । ।
श्रेया की तरह वंश की तरफ गई और उसे एक चांटा जड़ दिया । । । । । । । । । ।
कैंटीन में सभी लोग मुंह खोल श्रेया को देखते रह गए यह कोई मामूली बात नहीं थी कल की आई नई लड़की श्रेया ने कॉलेज के इतने पॉपुलर बाय को ऐसे चांटा मार दिया । । । । ।
वहीं श्रेया की इस हरकत पर वंश का चेहरा गुस्से से लाल हो गया था पर श्रेया को इन सबसे फर्क कहां पड़ रहा था उसने वंश को थप्पड़ मारा और कैंटीन के बाहर की ओर चली गई वहीं राखी जिसने सब कुछ देखा था वह तुरंत श्रेया के पीछे चली गई वंश के हाथों की मुठिया कसी हुई थी यह उसके लिए पहली बार था । । । । । । ।
वह मोजूद कुछ लोगों को समझ ही नहीं आ रहा था कि अचानक से क्या हुआ यह लड़की आंधी की तरह आई और वंश को चांटा मार के तूफान की तरह चली गई । । । । । । ।
TO BE CONTINUE : SUMMER OF LOVE
श्रेया क्लास रूम की तरफ जा रही थी मौसम खराब होने के कारण गलियारे की ओर काफी अंधेरा था वह अपनी ही धुन में आगे बढ़ी जा रही थी कि अचानक से किसी ने उसके हाथ को पकड़ा और एक अंधरे रूम की ओर ले गया , श्रेया उस शक्श से अपने हाथ छुड़ाने की कोशिश की पर वोह छुड़ा ही नहीं पा रही थी । । । । । वह शक्श श्रेया को खींचते हुए एक दीवार की ओर ले गया उसे टिका दिया और ठीक उसके सामने खड़ा हो गया उस लड़के को अपने सामने खड़ा देख श्रेया ने अपना सिर उपर किया जैसे ही उसने सामने खड़े लड़के को देखा तो वह एकदम से घबरा गई उस लड़के के चेहरे पर बहुत ही गुस्सा था उसके माथे की नसें तनी हुई थी । । । । ।
क्या होने वाला आगे जानने के लिए बने रहिये मेरी स्टोरी Summer of love सिर्फ निको वर्ल्डस के साथ ……
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