रोमांचक कहानी : ” SUMMER OF LOVE “श्रेया की बेइंतेहा मोहब्बत ओर वंश का जूनून -पार्ट 12

Part 12 – Summer of love : श्रेया के नखरे ,, कार में किस 

 

SUMMER OF LOVE
SUMMER OF LOVE

LOCATION – मून लाइट क्लब  { Summer of love }

वंश श्रेया का हाथ पकड़े डांस फ्लोर से नीचे लेकर उसे जा रहा था । । । । । । । । । । ।
सभी लोग डर से वंश की ओर देख रहे थे वही श्रेया जो कि नशे में थी वह वैसे ही लड़खड़ाते हुए वंश के पीछे चली आ रही थी कि अचानक ही उसका पैर ट्रिप हुआ और वोह गिर गई गिरने के कारण उसके मुंह से एक चीख निकल गई । । । । । । । । ।

वंश जो कि गुस्से से भरा हुआ था उसने श्रेया  की चीख सुनकर पलट कर श्रेया की ओर देखा तो श्रेया अपना घुटना पकड़े वंश की तरफ ही देख रही थी । । । । । । । । । । । । । ।

श्रेया को ऐसे नीचे देख और उसकी पप्पी जैसी आंखों देख वंश ने एक गहरी सांस ली हालांकि अभी तक उसका गुस्सा कम नहीं हुआ था पर श्रेया पर वह अपना गुस्सा निकाल नहीं सकता था । । । । । । । । । । । । ।

उसने श्रेया को अपनी गोद में उठाया,,,  वंश के गोद में उठाते ही श्रेया ने अपने दोनों हाथ उसके गले में डाल दिए और अपना सर उसके सीने पर टिका दिया श्रेया के ऐसा करते ही वंश अपनी जगह पर रुक गया उसके दिल की धड़कनें बढ़ गई थी उसने अपना सर नीचे कर श्रेया की ओर देखा जो कि उसी की तरफ टुकुर-टुकुर देख रही थी । । । । । । । । । । । । ।

श्रेया को ऐसे करता देख वंश ने अपनी आंखों को बंद किया और गुस्से से कहा जब संभाली जाती नहीं है तो पीती क्यों हो ,,, और किसने तुम्हें सलाह दी थी इतनी रात को क्लब आने और यहां पर ड्रिंक करने की । । । । । । । । । । ।

श्रेया वंश की चपड़ चपड़ सुनकर थक चुकी थी उसने मुंह बनाते हुए कहा तुम होते कौन हो मुझसे ऐसे यह सब सवाल करने वाले पीना न पीना मेरे हाथ में है मुझे पीनी थी मैंने पी,  मुझे यहां आना था मैं आई ,

तुम हो कौन हो मेरे ऊपर रोक-टोक लगाने वाले तुम मेरे डैड हो क्या ,,,, श्रेया के ऐसे बोलने पर वंश ने उसने अपनी तीखी नजरों से देखा और कहा आने वाला वक्त ही बताएगा कि मैं तुम्हारा कौन हूं और आगे से तुम कभी ऐसी बेहूदा ड्रेस पहन कर इस बेहूदा सी जगह पर आई । । । । । । । । । तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा इसके साथ ही वह श्रेया को वैसे लिए हुए पार्किंग की ओर चला गया । । । । । । । । । । । । । ।

उसने श्रेया को अपनी कार की पैसेंजर सीट पर बिठाया और सीट बेल्ट लगाने लगा श्रेया सीट पर बैठने में आना कानी कर रही थी,,,,  वह बार-बार सीट से उठने की कोशिश रही थी । । । । । । । ।

वंश ने उसके दोनों कंधों को पकड़ा और सीट से टिका दिया और गुस्से में घूरते हुए कहा अब अगर तुम यहां से हिली  तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा इसके साथ ही उसने जल्दी से श्रेया की सीट बेल्ट लगा दी । । । । । । । । ।

वंश को इतने गुस्से में देख श्रेया ने उसे जीभ दिखाते हुए कहा ,साडू ,हो तुम बिल्कुल प्यार से नहीं बोल सकते । । । । ।

वंश ने वैसे ही श्रेया को देखते हुए कहा तुम अभी जिस हालत में हो प्यार की बोली तुम्हें समझ नहीं आएगी इसके साथ ही वंश ने कार को लॉक किया और वापस क्लब के अंदर चला गया । । । । । । । । । । ।

श्रेया वंश को जाते हुए देख रही थी और उसने खुद से कहा साडू कहीं का मुझे यहां बंद करके खुद वहां पर मजे करने चला गया मुझे भी जाना है क्लब में मुझे भी डांस करना है कितना मजा आ रहा था वहां वोह खुद  में बड़बड़ाए जा रही थी । । । । । । ।

वही क्लब के अंदर वंश सीधे राखी के पास गया और उसने उसे श्रेया की गाड़ी अपने घर ले जाने के लिए कहा और यह भी बता दिया कि वह श्रेया को लेकर उसके घर जा रहा है इतना कहकर वंश वहां से निकल गया  । । । । । और सीधे पार्किंग एरिया में आया उसने ड्राइविंग सीट का दरवाजा खोला तो देखा श्रेया अपने दोनों हाथ बांधे उसे ही घूर कर देख रही थी । । । । । । ।

 

वंश ने इस नौटंकी बाज लड़की को देखा जो की पल भर में अपने मूड को चेंज कर रही थी उसने श्रेया को नजर अंदाज किया और ड्राइविंग सीट पर बैठ गया और गाड़ी स्टार्ट करने लगा । । । । । । । । । । । । ।

श्रेया ने वैसे ही घूरते हुए वंश से कहा तुम में बिलकुल भी तमीज नहीं है ना अगर कोई तुमसे गुस्सा हो जाए तो उससे पहले पूछा जाता है कि तुम गुस्सा क्यों हो पर तुम हो कि  मुझे इग्नोर कर रहे हो । । । । । । । । । । । । । ।

वंश ने वापस से श्रेया को इग्नोर करते हुए बड़ी ही लापरवाही से कहा तुम अभी उस हालत में नहीं हो कि तुम्हें अटेंशन दी जाए इसलिए चुपचाप यहां बैठी रहो वरना कार के बाहर फेंक दूंगा । । । । ।

वंश की बात सुनकर श्रेया चुपचाप बैठ गई वंश आगे देख कर ड्राइविंग कर रहा था उसका ध्यान रोड पर था वही श्रेया के दिमाग में तो खुराफाती विचार आ रहे थे उसने वंश को परेशान करने के लिए अपने एक हाथ उसकी थाई पर घूमाना शुरू कर दिया । । । । । । । । । । । । ।

 

श्रेया का टच अपने पैरों में महसूस कर वंश के हाथ स्टीयरिंग व्हील पर कस गए उसने वैसे ही घूर का श्रेया को देखा जो कि उसे प्लेफुल स्माइल देकर उसे ही देख रही थी । । । । । । ।

वंश  ने श्रेया कहां हाथ झटक कर दूर का किया और गुस्से में कहा तुम चुपचाप नहीं बैठ सकती श्रेया ने वंश की बात इग्नोर की और वापस से उसे टीज करने लगी । । । । । । । । । ।

वंश की  सहन सकती की सीमा नहीं थी उसने गुस्से से कहा श्रेया मत करो वरना इसका अंजाम तुम्हें ही भुगतना होगा,,,,,,  पर श्रेया कहां मानने वाली थी वह लगातार वंश को परेशान किये ही जा रही थी । । । । । । । । । । ।

वंश ने साइड में गाड़ी रोकी और अपना सीट बेल्ट खोला और श्रेया के कंधों को पकड़ उसे  अपने सामने किया श्रेया अभी भी वंश को टीज करने में ही बिजी थी उसने श्रेया की चिन को पकड़ा और अपने होठों को श्रेया की होठों से जोड़ दिया । । । । । । । । । । । । ।

वंश श्रेया को किस कर रहा था वही वंश के द्वारा किए गए हमले से श्रेया बिल्कुल शौक रह गई पर धीरे-धीरे उसे भी अच्छा लगने लगा दोनों एक दूसरे को किस कर रहे थे वंश जब श्रेया को किस कर रहा था तब उसे  हल्की-हल्की अल्कोहल का टेस्ट आ रही था  । । । । । । । । । । । । । ।

वह श्रेया के चेरी जैसे लिप्स पर खोता ही जा रहा था उसकी किस समय के साथ और भी डीप और एग्रेसिव हो रही थी काफी देर तक श्रेया को किस करने के बाद वंश श्रेया से दूर हुआ  । । । । । । । । । । । । । । ।

श्रेया की सांस ऊपर नीचे हो रही थी उसने  गहरी दो-तीन सांसें ली और वंश की ओर देखा जो कि उसे ही लगातार देखे जा रहा था । । । । । । । । । । । ।

वंश ने श्रेया के बाल सही किए और उसके होठों के आसपास जो लिपस्टिक किस करने की वजह से फैल गई थी उसे साफ किया और कहां अब चुपचाप बैठ जाओ वरना इसके आगे भी मुझे बहुत कुछ करना आता है । । । । । । । । । ।

वंश की बात सुन श्रेया चुपचाप बैठ गई और कुछ ही देर में वंश श्रेया के घर के सामने था अब सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह थी कि वह श्रेया के घर कैसे जाएं इस हालत में । । । । । पर वह श्रेया को ऐसे छोड़ भी नहीं सकता था उसने गहरी सांस ली  और श्रेया की ओर देखा जो की नींद में पहले ही जा चुकी थी उसने अपनी सीट बेल्ट खोली और कार से बाहर आया और दूसरी तरफ से आकर कार का दरवाजा खोला और उसे अपनी गोद में उठा लिया उसके घर की ओर चला गया । । । । । । । । । ।

उसने दरवाजे पर खड़े होकर डोर बेल बजाई कुछ ही देर में रीना जी ने दरवाजा खोला सामने किसी अनजान लड़के को देख और उसकी गोद में श्रेया को देख वह हल्का डर सी गई कि श्रेया को क्या हो गया । । । । । । । । ।

रीना जी के चेहरे में बदलते भावों को देख वंश ने उन्हें समझाते हुए कहा उसे कुछ नहीं हुआ है वोह बस सो गई है वंश की बात सुन रीना जी नॉर्मल हो गई और वंश को अंदर आने को कहा वंश ने श्रेया के रूम का रास्ता पूछा और रीना जी के बताए हुए रास्ते पर श्रेया को लेकर ऊपर चला गया श्रेया के बेड पर उसे लेटाकर वंश ने श्रेया के माथे को चूमा । । । । । । । । । । । । ।

TO BE CONTINUE : SUMMER OF LOVE 

कल जो लड़का तुम्हें लेकर आया था क्या तुम दोनों के बीच पर कुछ चल रहा है श्रेया जो कि नाश्ता कर रही थी रीना जी के द्वारा पूछे गए सवाल से वह एकदम से हड़बड़ा गई है और उसके गले में खाना फस गया और वह जोर-जोर से खांसने लगी उसने रीना जी की तरफ देखा जो की मुस्कुराते हुए उसे ही देख रही थी क्या जवाब देगी श्रेया रीना जी की बात का क्या वंश ने रीना जी को कुछ ऐसा कहा जो उन्होंने श्रेया से सवाल किया । । । । । । । । । । । । आगे क्या वंश की जुनिनियत  और श्रेया की मासूमियत दोनों के बीच करेगी बया एक नई कहानी को जानने के लिए बनी रही है मेरी स्टोरी  Summer of love   सिर्फ निको वर्ल्डस के साथ ……। । । । । । । । । । ।

Summer Of Love : NEXT PART –

Part 1- SUMMER OF LOVE

Part 3- SUMMER OF LOVE

Part 4- SUMMER OF LOVE

Part 5- SUMMER OF LOVE

Part 6- SUMMER OF LOVE

Part 7- SUMMER OF LOVE

Part 8- SUMMER OF LOVE

Part 9 – SUMMER OF LOVE

Part 10 – SUMMER OF LOVE

Part 11 – SUMMER OF LOVE

Part 12 – SUMMER OF LOVE

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