रोमांचक कहानी : ” SUMMER OF LOVE “श्रेया की बेइंतेहा मोहब्बत ओर वंश का जूनून -पार्ट 5

Part 5 – Summer of love : वंश ओर श्रेया की पहली किस्स 

SUMMER OF LOVE
SUMMER OF LOVE

 

LOCATION – तरंग म्यूजिक अकेडमी { Summer of love }

 

वंश ने श्रेया को एक अंधेरे कमरे की दीवार से सटाया हुआ था वंश का यह रूप देख श्रेया डर से कांप रही थी और श्रेया को इस हालत में देख वंश को अच्छा लग रहा था । । । । । । । । ।

न जाने क्यों अब श्रेया को अपने किए पर पछतावा हो रहा था कि उसे इतना ओवर रिएक्ट नहीं करना था पता नहीं यह सनकी इंसान उसके साथ क्या कर दे । । । । । । । । ।श्रेया मन ही मैन खुद को कोस रही थी और अपने द्वारा किए गए एक्शन के रिएक्शन बारे में सोच रही थी । । । । । । । । । । । । । ।

वही वंश भले ही श्रेया की उस स्थिति को इंजॉय कर रहा था पर उसे खुद नहीं पता था कि श्रेया के इतने करीब होकर उसे अच्छा क्यों लग रहा है । । । । । । । । । । । । । । । ।

वह श्रेया से आ रही भीनी भीनी रोज फ्लावर की खुशबू में बहकता जा रहा था । । । । । । । । । उसके सीने में जो दिल था वह तेजी से धड़क रहा था । । । । । । ।

जब वंश श्रेया के कान के पास जाकर अपनी हस्की आवाज में कह रहा था तो उसका मन कर रहा था कि वह श्रेया के ईयर लोब को चुम ले । । । । । । । । । । । ।

वही वंश की गर्म सांसों की छुअन जब श्रेया के ईयर लोब पर पढ़ रही थी । । । । । । । तब श्रेया के शरीर में बिजली सी कौंध गई उसे ऐसा लग रहा था कि उसके पूरे शरीर में झुनझुनाहट पैदा हो गई हो । । । । । । । । । । । ।

वह वंश को अपने सामने से हटाने की नाकाम कोशिश कर रही थी और वही श्रेया की नाकाम कोशिशो को देख वंश और भी उसके करीब आता जा रहा था । । । । । । । । । । । । वंश श्रेया कि ईतने करीब था कि उन दोनों के बीच हवा तक गुजरने का रास्ता नहीं था । । । । । । । । । । । । ।

अभी वंश श्रेया की करीबी को महसूस कर ही रहा था कि ईतने में ही उस पूरे रूम की लाइट आ जाती है । । । । । । । । । ।खराब मौसम के कारण बिजली जो चली गई थी वह वापस आ गई । । । । । । । । । । अब श्रेया काफी अच्छे से वंश को देख पा रही थी जहां अभी कुछ देर पहले उसे वंश के आंखों में एक अलग सा गुस्सा नजर आ रहा था । । । । । । । । । । । । ।

वहीं अब वंश की आंखों में एक अजीब से एहसास थे जो कि उसे समझ नहीं आ रहे थे वंश अपनी इंटेंस नजरों से श्रेया को लगातार देख रहा था । । । । । । । । । । । । ।

श्रेया के माथे पर पसीने की बूंदे थी जिससे उसके कान के पास के बाल उसके चेहरे पर चिपक गए थे । । । । । । वंश अपने एक हाथ की मदद से श्रेया के दोनों हाथों को दीवार से सटा देता है और दूसरे हाथ को श्रेया के चेहरे के करीब लाने लगता है । । ।

वंश के ऐसा करने पर श्रेया की सांस ऊपर नीचे हो रही थी उसे डर लग रहा था कि आखिर वंश करना क्या चाहता है पर जैसे ही वंश के ठंडे हाथ श्रेया के गालों को छुए श्रेया की आंखें ऑटोमेटिक ही बंद हो गई । । । । । । । । । ।

वंश बहुत ही आराम से श्रेया के गिले वालों को कान के पास कर रहा था श्रेया के दूध जैसे सफेद चेहरे पर उसके वह काले बाल गजब ढा रहे थे । । । । । । । । जिसे देखकर वंश पागल हुआ जा रहा था । । । । । । । । । ।

वंश की नजर श्रेया के कापते होठों पर गई अचानक ही उसे अपना गला सूखता हुआ महसूस हुआ उसे लग रहा था कि इन रसीले होठों को एक बार टेस्ट करें । । । । । । । । । पर अचानक ही श्रेया कसमसाने लगी । । । । । । । । । । । ।

श्रेया के स्ट्रगल को देख वंश ने अपने दिमाग में आ रहे ख्यालों को झटकता है और खुद को कोसता है कि आखिर वह कैसे इस लड़की के सुंदर चेहरे के बहकावे में आ गया उसने वापस से अपने चेहरे पर गुस्सा लाते हुए कहा । । । । । । । ।

बहुत झांसी की रानी बनती हो ना तुम वंश के ऐसा कहने पर श्रेया ने अपनी आंखों को खोलकर देखा वंश के चेहरे पर अब वापस से वही भाव थे जो थोड़ी देर पहले थे । । । । । । । । ।

श्रेया तो कंफ्यूज हो रही थी कि आखिर यह लड़का करना क्या चाहता है इसके मिजाज तो पल में ही बदल जाते हैं उसे अब वंश के ऊपर गुस्सा आने लगा था एक तो वह उससे इतना चिपका जा रहा था और ऊपर से उसने क्या ही गलत किया था ।

एक वंश ही था जो उसे गलत तरीके से घूर रहा था क्या जरूरत थी वंश को श्रेया को इंटेंस नजर से उसके क्लीवेज पर देखने की । । । । । । । । । ।

पर वंश के वापस से चिपकने पर श्रेया उसे दूर करने के लिए अपने पैर जैसे ही उठाती है वंश तुरंत अपने दूसरे हाथ का यूज करके उसके पैर को रोक देता है और तिरछी मुस्कान के साथ कहता है लगता है चिड़िया बहुत फड़फड़ाने लगी है । । । । ।अभी तुमने मुझे जाना नहीं है मुझसे बदतमीजी करने का क्या अंजाम होगा यह तुम बहुत अच्छी तरीके से जल्द ही समझ जाओगी वंश अपनी वही पुरानी भारी आवाज में यह सब बातें बोल रहा था । । । । । । । । । । ।

श्रेया को वंश के ऊपर बहुत गुस्सा आ रहा था इसलिए उसने अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल कर वंश को अपनी बॉडी से ही धक्का देने का फैसला किया वंश जिसका एक हाथ श्रेया के दोनों हाथों पर कसे हुए थे । । । । । । । । । ।

श्रेया के एकदम से ऐसे धक्का देने पर उसके हाथ श्रेया के दोनों हाथों से अलग हो गए और यही तो मौका चाहिए था श्रेया को उसने वापस से पूरी ताकत लगाकर वंश के सीने पर हाथ रखा और खुद से दूर कर दिया । । । । । । । । । । ।

वंश श्रेया से चार कदम की दूरी पर खड़ा हो क्या श्रेया का ऐसे धक्का देना वंश को पसंद नहीं आया था अब यह वंश ही जानता था कि उसे श्रेया का दूर धक्का देना पसंद नहीं आया था या श्रेया से दूर जाना । । । । । । । । । । । । । ।

श्रेया वंश की तरफ उंगली करते हुए कहती है हाउ डेयर यू तुम्हारी हिम्मत कैसी हुई मुझे टच करने की और तुम खुद को समझते क्या हो वह तुम थे जो मुझे गंदी नजरों से देख रहे थे । बदतमीज इंसान और मैंने कुछ गलत नहीं किया तुम वह थप्पड़ डिजर्व करते थे । । । । । । इसलिए तुम्हें थप्पड़ पड़ा और आगे से अगर तुमने मेरे साथ मिसबिहेव करने की कोशिश की तो आगे भी पड़ेगा । । । । । । । । । । । । । ।

मुझे इस अकादमी की दूसरी लड़कियों के जैसे मत समझना जो तुमसे डरती होगी मैं तुमसे नहीं डरती समझ में आई बात इसके साथ ही श्रेया ने वंश के कंधे पर धक्का मारा और वहां से जाने लगी । । । । । । । । । । । । ।

वंश जो कि गुस्से से आग बबूला हो गया था श्रेया के उसके द्वारा अपनी इंसल्ट सुनकर उस पर खुद का काबू न रहा और उसने वापस से श्रेया का कंधा पकड़ और उसे दीवार पर सटा दिया । । । । । ।वंश ने श्रेया को इतनी जोर से दीवार से सटाया था जिस से श्रेया की आह निकल गई उसकी कमर में दीवार का हिस्सा लग गया था । । । । । । । । । । । । । ।

वंश श्रेया के नजदीक अपने चेहरे को लाता है और उसकी आंखों में देखते हुए कहता है तुमने मुझे बहुत कम आंक लिया और अब तुमने जो गुस्ताखी की है उसकी सजा भुगतने के लिए तैयार हो जाओ । । । । । । । । । । । । ।

अभी श्रेया कुछ समझ पाती के वंश के ठंडे होंठ श्रेया के पंखुड़ी के जैसे मुलायम होठों पर थे । । । । । । । ।

वंश जो कि पहले से ही श्रेया के होठों को टेस्ट करना चाहता था श्रेया के ऐसे गुस्सा दिलाया जाने पर वंश को वह मौका मिल गया । । । । । । । । । । ।

वह श्रेया को किस कर रहा था पहले तो केवल उसका इरादा श्रेया को सबक सिखाने का था पर श्रेया के होठों को अपने होठों में महसूस कर वह बहकने लगा । । । । । । । । । । ।

उसके हाथ धीरे-धीरे श्रेया की कमर पर कसते जा रहे थे और वही उसके किस की स्पीड भी बढ़ रही थी वह काफी एग्रेसिव होकर श्रेया को चूम रहा था । । । । । । । । । ।

वही श्रेया जिसके लिए यह सब कुछ नया था वह बिल्कुल भोचक्की रह गई थी कि आखिर उसके साथ यह हो क्या रहा है
वही वंश जिसने यह सब गुस्से में शुरू किया था पर उसे अब श्रेया की करीबी बहुत ही अच्छी लग रही थी वह श्रेया को लगातार किस किया जा रहा था । । । । । । । । । । ।

वही श्रेया जो की आंख बंद करके खड़ी थी उसे तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था अचानक ही उसके मुंह से एक दर्द भरी आह निकल जाती है वंश जो की लगातार किस करते हुए श्रेया की निचले होठों को अपने दांतों से काट रहा था अपने होठों पर दर्द महसूस कर श्रेया एकदम से अपनी आंखें खोलती है और उसे एहसास होता है कि उसके साथ अभी क्या हो रहा है वह जोर से वंश को धक्का मारती है उसके दोनों हाथ वंश के सीने पर थे । । ।

एकदम से अलग होने पर वंश के दांत श्रेया के निचले होठों पर जोर से काट लेते हैं जिससे श्रेया के होठों पर से खून निकलने लगता है और वहीं कुछ खून वंश के होठों पर था श्रेया का ऐसा खुद से दूर करना वंश को पसंद नहीं आया था वही श्रेया गुस्से से वंश को घूरे जा रही थी और उसकी सांसे है तेज बनी हुई थी जिससे उसका सीना ऊपर नीचे हो रहा था और वंश लगातार श्रेया को देखे जा रहा था । । । । । । । । । । । । । । । । ।

TO BE CONTINUE : SUMMER OF LOVE

श्रेया लिफ्ट से अपनी क्लास की ओर जा रही थी लिफ्ट में और भी स्टूडेंट थे उसने आज क्रॉप टॉप पहना हुआ था और नीचे कैपरी जिस कारण उसका गोरा पेट अलग ही दिख रहा था उसे पेट में तिल उसकी सुंदरता को और बढ़ा रहा था अभी वह लिफ्ट में खड़े अपने फ्लोर का वेट कर ही रही थी कि उसे अपनी कमर पर किसी के ठंडे हाथ महसूस होते हैं उसे हाथ को महसूस कर उसके पूरे शरीर में करंट दौड़ जाता है और एकदम से पीछे मुड़कर देखती है और पीछे खड़े शख्स को देख हैरान हो जाती है आगे क्या वंश की नफ़रत और श्रेया की मासूमियत दोनों के बीच करेगी बया एक नई कहानी को जानने के लिए बनी रही है मेरी स्टोरी  Summer of love   सिर्फ निको वर्ल्डस के साथ ……

Summer Of Love : NEXT PART –

Part 1- SUMMER OF LOVE

Part 2- SUMMER OF LOVE

Part 3- SUMMER OF LOVE

Part 4- SUMMER OF LOVE

Part 5- SUMMER OF LOVE

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